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Mission Aryavart
India
Приєднався 17 лют 2016
वैदिक मान्यतों को समर्पित।।
ऋषि दयानंद सरस्वती द्वारा दिये ज्ञान को प्रचारित व प्रसारित करने के लिए संकल्पबद्ध।।।
दीक्षेन्द्र आर्य
9354840454
ऋषि दयानंद सरस्वती द्वारा दिये ज्ञान को प्रचारित व प्रसारित करने के लिए संकल्पबद्ध।।।
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राष्ट्रीय आर्य सम्मेलन
for live program contct us contact no.
Dikshender Arya 9468165946
Virender Arya 9306605288
Ashok Aarya 9467125438
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Virender Arya 9306605288
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Відео
राष्ट्रीय आर्य सम्मेलन, तेलंगाना
Переглядів 1744 місяці тому
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शोभा यात्रा तेलंगाना
Переглядів 1844 місяці тому
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राष्ट्रीय आर्य सम्मेलन
Переглядів 1724 місяці тому
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राष्ट्रीय आर्य सम्मेलन तेलंगाना
Переглядів 994 місяці тому
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राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन, नलगोण्डा, तेलंगाना
Переглядів 1164 місяці тому
राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन, नलगोण्डा, तेलंगाना
मॉरिशस में पिछले 60 साल से गायत्री जप करने वाली एक बुजुर्ग महिला की कहानी// महिला गायत्री मंत्र
Переглядів 1,2 тис.9 місяців тому
मॉरिशस में पिछले 60 साल से गायत्री जप करने वाली एक बुजुर्ग महिला की कहानी// महिला गायत्री मंत्र
विशाल आर्य महासम्मेलन में आप सभी सादर आमंत्रित
Переглядів 2979 місяців тому
वरिष्ठ भजनोपदेशक ने दिया विशाल आर्य महासम्मेलन का निमंत्रण,आप सभी सादर आमंत्रित
Переглядів 1529 місяців тому
धन्यवाद बहीनजी
अति सुन्दर प्रस्तुति, बेटी
अति सुन्दर प्रस्तुति, आपको प्रणाम
अति सुन्दर प्रस्तुति
अति सुन्दर प्रस्तुति
,बार बार अनेक बार श्रद्धेय आचार्य श्री आपको सादर नमन प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
बहुत ही अच्छा भजन गाया बहन जी ने 🎉🎉🎉🎉🎉
🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Bahut hi Shandar prastuti Aacharya ji Kailash karmati aapki harmonium bajane ki hunar alag hi hai
Shandar prastuti bahan Sangeeta Arya ji Om namaste
😊👍👌💐💐💐💐💐🎂
Oam shanti
बहुत ज्ञानवर्धक वीडियो ,डॉ साहब 🙏🏻
स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने इतने कष्ट आलोचना तिरस्कार आदि सहते हुए भी समाज का हित किया। ये किसी साधारण आत्मा के बस की बात नहीं मुझे आश्चर्य होता है की बिना संसाधनों के और सारे समाज के विपरीत होते हुए भी दयानंद जी को कभी मृत्यु का भय नहीं हुआ और उन्होंने निर्भय होकर समाज का सामना अकेले ही किया गुरु वचन को पूर्ण किया । धन्य हैं देव दयानंद मैं उन्हें कोटि कोटि प्रणाम करता हूं। मेरे आश्चर्य की सीमा नहीं है। स्वामी दयानंद ने असंभव सा कार्य किया था। आपके लिए मेरी आंखें नम हैं।
Bahut Achha Bhajan
आर्य समाज था सर्वश्रेष्ठ🙏🙏🚩🚩🚩🚩👍👍👍
Namstay, bhange
आप के सुझाव प्रसंसनीय है धन्यवाद।।
Kaun Kaun 2024 me dekh raha hai
Yogi. Adityanath. Sharab. Ka. Viyapari
महर्षि पतंजलि कृत योगदर्शन मोक्ष प्राप्त करने का सम्पूर्ण विधि विधान प्रस्तुत करता है। इसमें में कुल चार पाद हैं समाधि पाद ,साधन पाद विभूति पाद और कैवल्य पाद । चारों पादों में कुल 195 सूत्र हैं जिनके भाष्यकार महर्षि व्यास जी हैं: 1. समाधि पाद - इसमें 51सूत्र हैं । यह पाद उच्च स्तरीय योग साधकों के लिए बहुत उपयोगी है। इस पाद में योग का स्वरूप , योग का फल , वृत्तियों के प्रकार , वृत्ति निरोध के उपाय , वैराग्य के दो प्रकार अपर वैराग्य व पर वैराग्य , दोनों की परिभाषा , समाधि के प्रकार , समाधि प्राप्त करने के उपाय , योगियों के प्रकार , ईश्वर का स्वरूप , ओम् जप करने की विधि व लाभ , योग के विघ्न तथा उन विघ्नों को दूर करने के उपाय, चित्त को स्थिर करने के उपाय , समापत्तियों का वर्णन , सबीज समाधि व निर्बीज समाधि जैसे विषयों का विस्तार से उल्लेख किया गया है। 2.साधन पाद- इसमें 55 सूत्र हैं । यह पाद नवीन योगाभ्यासियों के लिए अत्यन्त उपयोगी है । इस पाद में क्रियायोग , क्रियायोग का फल , पंच क्लेश ,अविद्या का स्वरूप , क्लेशों को सूक्ष्म करने के उपाय , जाति आयु व भोग का कारण क्लेश , चार प्रकार के दुःख , दृश्यमान जगत का प्रयोजन , जीवात्मा का स्वरूप , योग के आठ अंग ,यम नियम की परिभाषा एवं फल , आसन प्राणायाम प्रत्याहार की परिभाषा एवं फल आदि विषयों का वर्णन किया गया है । 3. विभूति पाद- इसमें कुल 55 सूत्र हैं। इस पाद में धारणा,,ध्यान , समाधि की परिभाषा , संयम , चित्त के विविध परिणाम तथा अनेक प्रकार की सिद्धियों का वर्णन है परन्तु आगे इन सिद्धियों को मोक्ष प्राप्त करने में बाधक भी बताया गया है। योग में उच्च स्तर की उपलब्धि होने पर भी अभिमान न करने एवं किन्हीं सांसारिक प्रलोभनों के सम्मुख आने पर उनमें आकृष्ट न होने का सन्देश दिया गया है। 4. कैवल्य पाद- यह योग दर्शन का चतुर्थ और अन्तिम पाद है इसमें कुल 34 सूत्र हैं । इस पाद में बताया गया है कि पूर्व जन्म के संस्कारों से , औषधियों के सेवन से , गायत्री आदि मन्त्रों के जप करने से तथा तप और समाधि से सिद्धियां उत्पन्न होती हैं , चित्त का निर्माण अहंकार से होता है , समाधि के द्वारा उत्कृष्ट किया गया चित्त वासना रहित होता है। चार प्रकार के कर्म होते हैं :- शुभ, अशुभ,मिश्रित व निष्काम । मनुष्य पशु पक्षी आदि शरीर के अनुसार वासनाएं = संस्कार प्रकट होते हैं , पूर्व जन्म के संस्कारों के अनुरूप ही स्मृति उत्पन्न होती है , राग द्वेष आदि के कारण वासनाएं प्रकट होती हैं और इनके न रहने पर वासनाएं भी नहीं रहती हैं। इस प्रकार आगे फिर जीवात्मा का स्वरूप , चित्त का स्वरूप ,धर्ममेघ समाधि और इसके सिद्ध होने पर व समस्त क्लेशों के नष्ट हो जाने पर जीवात्मा का प्रयोजन पूर्ण हो जाने पर जीवात्मा अपने और ईश्वर के स्वरूप में स्थित हो जाता है यही मोक्ष या कैवल्य की अवस्था है जहां कोई दुःख कष्ट क्लेश भय बन्धन नहीं रहता है इस प्रकार अनेक विषयों को बतलाकर कैवल्य प्राप्ति करने कराने का यह योग शास्त्र पूर्ण होता है। योग दर्शन में मुख्य रूप से चार विषयों का प्रतिपादन किया गया है - हेय,हेयहेतु ,हान, हानोपाय। हेय अर्थात जो त्याज्य है जैसे कि दुःख। हेयहेतु अर्थात दुःख का कारण जैसे अविद्या , अधर्म, कुसंस्कार। हान अर्थात मोक्ष जहां दुःख रहित नित्य सुख और ईश्वर की प्राप्ति होती है। हानोपाय अर्थात मोक्ष प्राप्ति के उपाय जैसे विवेक ख्याति, विद्या , धर्माचरण , शुद्ध ज्ञान, शुद्ध कर्म व शुद्ध उपासना। .................................. - डा मुमुक्षु आर्य
❤❤❤ hum vadik santanti hai
राजीव यादव गदनापुर कमालगंज जिला फर्रुखाबाद बहुत सुंदर आचार्य जी
🕉️👏🌷
सुन्दर प्रवचन।
Shaktisvarupa bahenji vipareet paristhit me, shafalta ke shutrdhar narishakthi he durga ka rup lekar kalikal me avatarit hogi
Shankaracharya ji se agar shashtra vaad vivad krte toh zrur haarte
दिवंगत आचार्य जी को भावभीनी श्रद्धांजलि।
♥️💕
महारिषी देव दयानंद जी की जय हो
गुरुकुल के सभी विद्वानों को मेरा कोटि कोटि प्रणाम मैं आशा करता हूं कि आप सभी ऐसे ही देश राष्ट्र की उन्नति के लिए तन मन धन से ईश्वर की कृपा से सदैव कार्य करते रहे
Om Namaste bahan kalyani Arya ji
Bahut sundar mahabharat ka prasang
Bahut sundar vedic prachar Manoj Arya
Very good
सादर नमस्ते गुरूजी महाराज कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🏵️💐💐❤️❤️❤️❤️🏵️
Tjese Sankracharys should be bycotted. They have already made enjough harm to the society. They are selfish and arogant.
राम। राम जी
शत् शत् नमन ओम शांति शांति शांति
नमस्ते जी आप के आगामी प्रोग्राम में मै ३० मई को आ रहा हूं इसलिए आप मेरा ठहरने की है तो बता दीजिए।
Namste ji
सत्य वचन! Absolutely correct! 🙏 🙏🙏🙏🙏 Surendra Kumar Ola Gurkul Sainik Academy, Sikar, Rajasthan #olaeducations
Karpya 7th class ki fees bataye
🙏 motivational song really 🙏
Gurukul Kangri ko Aacharya ji Pune Jila karo karaea aur Hamare Bharat ki Atma ko Wapas sthapit karne ki koshish kijiye dhanyvad
Mobile number mil jayega kya??
स्वर्गीय आचार्य वेद प्रकाश क्षोत्रिय जी को नमन
Om namaste Aacharya ji
2024 me may me kon kon is movie ko dekh rha hai
*मोक्ष प्राप्ति में बाधक:* १- देवी देवताओं की पूजा अर्चना २- मूर्तियों की पूजा अर्चना ३- अभक्ष्य पदार्थों का सेवन ४- झूठ छल कपट घमंड पाखंड ५- शारीरिक व मानसिक रोग ६- वेदविरुद्ध आचरण ७- राजनेताओं की अन्धभक्ति ८- अनियमित उपासना ९- अभद्र भाषा/अभद्र व्यवहार १०- विवेक वैराग्य का अभाव